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शुक्रवार, 26 जून 2009

बिराज बहू - उपन्यास (शरत चंद्र)


बिराज बहू - उपन्यास (शरत चंद्र) Biraaj bahu - A Novel By Sharat Chandra

स्वामि-भक्ति का पाठ पढ़ाकर पुरुष ने नारी को अपने हाथ का खिलौना बना लिया। विराज भी ऐसे ही वातावरण में पली थी। उसने अपने पति को ही सर्वस्व मान लिया था उसने स्वयं दु:ख बर्दाश्त किया, परन्तु पति को सुखी रखने की हर तरह से चेष्टा की।
लेकिन इस सबके बदले में उसे मिला क्या ?
बिराज बहू शरत चंद्र का एक बहुत ही मार्मिक उपन्यास है। इसमे मानवीय भावनाओ को बहुत ही प्रभावी ढंग से उकेरा गया है। अवश्य पढ़ें।


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